यज्ञ से होता है तनमन तथा वातावरण कि शुद्धि देवेश

  यज्ञ से होता है तनमन और वातावरण शुद्ध देवेश

आशूतोष कुमार पान्डेय की रिपोर्ट

यज्ञ से होता है तन मन के साथ ही बातावरण भी शुद्ध-देवेश
कुशीनगर जनपद के हाटातहसील क्षेत्र के ग्राम सभा देवराड़ पिपरा देवी स्थान पर चल रहे नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हुआ है।

वहीं एक मुलाकात के समय मिडिया से यज्ञयाचार्य पंडित देवेश तिवारी ने कहा कि मनुष्य का जन्म बड़े ही भाग्य से मिलता है मनुष्य के रूप मे जन्म लेने के लिए देवता भी तरसते है ऐसे मे मनुष्य को चाहिए कि वह सदैव पूजा पाठ कर अपने जीवन को खुसहाल बनावे क्योंकि पूजन तथा यज्ञ से तनमन जहाँ शुद्ध होता है वहीं सभी बातावरण भी शुद्ध होते है

जब शुद्ध वातावरण मिलेगा तो शरीर भी स्वस्थ रहता है ऐसे मे कहा गया है कि स्वस्थ शरीर मे स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है हमे अपने इस मानव जीवन को सही रास्ते पर लेकर चलना चाहिए आज जो भगवती के स्थान पर यह यज्ञ हो रहा है यह जनकल्याण हेतु ही हो रहा है ऐसे मे सरकार के गाइडलाइन को ध्यान मे रखते हुए आप सभी भक्तगण यहां पूजन बंदन कर अपने को कृतार्थ करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *