ग्रामीण आंचल से कुश्ती कला हो रही है बिलुप्त बाल कृष्ण

 

आशुतोष कुमार पाण्डेय की रिपोर्ट 
कुश्ती कला ग्रामीण क्षेत्र से हो रही है है कोसों दूर उपेन्द्र
खबर उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर बिधानसभा क्षेत्र हाटा विकाश खंड सुकरौली के बरसैना बाजार से है लगभग सात से आठ दशक पुर्व से हो रही परंम्परागत दंगल व रामलीला मंच की कला आज भी यहा ग्रामीणों के सहयोग से कायम है दंगल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के प्रवुद्ध सचिव उत्तर प्रदेश बालकृष्ण मिश्रा नें कहा कि ग्रामीण अंचल से कुश्ती की कला बिलुप्त होती जा रही है वही पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद प्रदेश सचिव पिछड़ा वर्ग उपेंद्र यादव ने कहा कि कुश्ती कला एक शारीरिक धरोहर है जो कही विरासत में नही होता है आज यह कला धीरे धीर समाप्त होती जा रही है कार्यक्रम का शुरुआत अतिथियों तथा आयोजको द्वारा हनुमान जी क चित्र पर पुष्प व माला चढ़ाने के बाद आखाड़े पर फीता काट पहलवानों से हाथ मिला नें के साथ हुआ जहा अखाड़े पर पहुचे स्थानीय क्षेत्रिय तथा दूर दराज से पहुचे दर्जनों पहलावनों की जोड़ी ने जोड़ आजमाइस कर कुश्ती कला के दावों को पूरे दम खम से दिखा एक दूसरे को पटखनी देने का कार्य किया जिसमे ए ने बी को पटखनी दिया वही सी ने डी पहलवान को पटखनी दिया तो आखाड़े में पहुचे पहलवानों में ई एफ, जी एच ,आई ,जे के एल,एम,एन,पहलवानों ने भाग लिया तो कार्यक्रम मे हीरा प्रजापति, जिला उपाध्यक्ष समाजवादी पार्टी कुशीनगर, के अलावा रणजीत सिंह ग्राम प्रधान बरसैना,ज्ञान प्रकाश सिंह शिक्षक बरसैना,संजय सिंह,परमात्मा यादव,वकील सिंह,अगस्त सिंह,अजय सिंह गुड़डू पुर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य,मनोज सि़ह,शैलेन्द्र गुप्ता,संजय यादव,शैलेन्द्र राव सह

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