साहित्यिक एवं सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में राम विषय पर सुग्रीव हिन्दू विश्वविद्यालय बाली में बोले अभिमन्यू

न्यूज टीम की खास रिपोर्ट 

सुग्रीव हिन्दू विश्वविद्यालय बाली *इण्डोनेशिया* में साहित्य संचय शोध फाउण्डेशन *भारत* तथा विश्व विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में *साहित्यिक एवं सांस्कृतिक परिप्रेक्ष में राम* विषय पर सम्पन्न हुए दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में *अग्रहार* (साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था) पावानगर के अध्यक्ष सार्जेण्ट अभिमन्यु पाण्डेय ‘मन्नू’ ने ‘भारतीय संस्कृति में रामचरित मानस ‘ पर अपना शोध आलेख प्रस्तुत किया तथा बाली इण्डोनेशिया के परमधाम आश्रम में सम्पन्न हुए कविसम्मेलन में ‘पुनः एकबार भारत में प्रभु श्रीराम आए हैं’ नामक अपनी कविता का पाठ किया। इनके दो काव्य संग्रहों का लोकार्पण कांफ्रेंस में उपस्थित अन्तर्राष्ट्रीय विद्वज्जन के कर कमलों से सम्पन्न हुआ।
साहित्य संचय शोध फाउण्डेशन के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार तथा सुग्रीव हिन्दू यूनिवर्सिटी के रेक्टर डा एन जी आर सादियाना ने अतिथियों का स्वागत सम्मान किया।अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के मुख्य अतिथि मारीशस के पूर्व मुख्य शिक्षा अधिकारी डाक्टर ज्ञान धानुकचंद ने अपने वक्तव्य में भारतीय संस्कृति की विश्व व्यापकता पर प्रकाश डाला तथा बताया कि रावण के मामा मारीच के नाम पर मारीशस देश का नाम पड़ा है।


इंडोनेशिया तथा अंतरराष्ट्रीय मंचो पर 1969 से हनुमान की भूमिका निभाने वाले डा डिबिया ने जो इंडोनेशियाई परिधान में थे ने समुद्र लंघन के समय का ऐक्शन करके दिखाया।
कांफ्रेंस में डा इशरत जहां,डा मंजू रानी, डा बी निर्मला राजी, डा शांति कोकिला, डा इंदुमती, डा विपिन यादव,डा नीतू कुमारी, डा ध्रुव पाण्डेय ,डा तृप्ति जोशी,डा अनीता,डा मधुबाला, डा सरोज, डा रामकेश डा नीरज नाथानी आदि भारतीय तथा इंडोनेशियाई विद्वानों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए

कार्यक्रम का इन्होने किया अध्यक्षता यह लोग रहे मौजूद 

कांफ्रेंस की अध्यक्षता नाशिक ओपेन यूनिवर्सिटी के कुलपति डा योगेन्द्र सिंह बिसेन तथा सफल संचालन डा सुनीता ने किया। कांफ्रेंस में बाली के विद्वजजन तथा भारतीय डेलिगेशन के साथ गए श्रीमती माधुरी, श्रीमती अर्चना राय,श्रीमती गायत्री पाण्डेय श्री रतन राय, श्री प्रशांत सिंह श्री जगदीश मालवीय, श्री जवाहर सिंह गंगवार, श्रीमती आरती रावत श्रीमती कामिनी देवी सुुश्री नवजोत आदि लोग उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *